दादरी समाचार
क्षतिग्रस्त सड़क पर चलना मुश्किल, शिकायत के बावजूद नहीं की एनटीपीसी ने सुनवाई
दादरी । विकास के नाम पर शहर में एनटीपीसी बड़े-बड़े वादे तो करते आ रही हैं जबकि कई सड़के पुनर्निर्माण नहीं सिर्फ मरम्मत के इंतजार में काफी समय से खराब पड़ी हैं।मरम्मत सिर्फ नाम की होती है।एनटीपीसी प्रशासन की इस कार्यशैली से दादरीवासियों में रोष व्याप्त है। रसूलपुर फ्लाईओवर पर बनी सड़क का निर्माण की हालत आप देखकर अंदाजा लगा सकते हैं की किस तरीके से की गई है। जब हमारे संवाददाता ने एनटीपीसी अधिकारी से बातचीत की तो मामले को संज्ञान में ना होते हुए बताकर रफा दफा कर दिया। हादसे की बनी आशंका
एनटीपीसी क्षेत्र के रसूलपुर फ्लाईओवर में सड़क निर्माण नहीं होने से हादसे की आशंका बनी है।लोगों ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क से वाहन चालक अधिक परेशान है। पिछले दिनों एक स्कूटी पर सवार महिला सड़क खराब होने से गिर गई थी। इसके अलावा स्कूली बच्चे भी इसी सड़क से आते-जाते है। ग्रामवार्सियों ने कई बार नगर परिषद से सड़क निर्माण की मांग कर चुके है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है और ना ही सड़क बनवाई गई है।एनटीपीसी अधिकतर मामलों को बिना सुने ही संज्ञान से बाहर बताकर अनदेखी कर देती है
रिपोर्ट:-ठा0अमित शिशोदिया
क्षतिग्रस्त सड़क पर चलना मुश्किल, शिकायत के बावजूद नहीं की एनटीपीसी ने सुनवाई
दादरी । विकास के नाम पर शहर में एनटीपीसी बड़े-बड़े वादे तो करते आ रही हैं जबकि कई सड़के पुनर्निर्माण नहीं सिर्फ मरम्मत के इंतजार में काफी समय से खराब पड़ी हैं।मरम्मत सिर्फ नाम की होती है।एनटीपीसी प्रशासन की इस कार्यशैली से दादरीवासियों में रोष व्याप्त है। रसूलपुर फ्लाईओवर पर बनी सड़क का निर्माण की हालत आप देखकर अंदाजा लगा सकते हैं की किस तरीके से की गई है। जब हमारे संवाददाता ने एनटीपीसी अधिकारी से बातचीत की तो मामले को संज्ञान में ना होते हुए बताकर रफा दफा कर दिया। हादसे की बनी आशंका
एनटीपीसी क्षेत्र के रसूलपुर फ्लाईओवर में सड़क निर्माण नहीं होने से हादसे की आशंका बनी है।लोगों ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क से वाहन चालक अधिक परेशान है। पिछले दिनों एक स्कूटी पर सवार महिला सड़क खराब होने से गिर गई थी। इसके अलावा स्कूली बच्चे भी इसी सड़क से आते-जाते है। ग्रामवार्सियों ने कई बार नगर परिषद से सड़क निर्माण की मांग कर चुके है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है और ना ही सड़क बनवाई गई है।एनटीपीसी अधिकतर मामलों को बिना सुने ही संज्ञान से बाहर बताकर अनदेखी कर देती है
रिपोर्ट:-ठा0अमित शिशोदिया
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